बालिकाओं की शिक्षा के बगैर महिला सशक्तिकरण की बात अधूरी: बृजमोहन अग्रवाल
नई शिक्षा नीति का उद्देश्य विश्व स्तरीय शिक्षा उपलब्ध कराना है: बृजमोहन अग्रवाल
रायपुर 3 अगस्त
बालिकाओं की शिक्षा के बगैर महिला सशक्तिकरण की बात अधूरी रहती है। शिक्षा महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाती है और उन्हें अपने अधिकारों के लिए खड़े होने की शक्ति देती है। यह बात रायपुर सांसद श्री बृजमोहन अग्रवाल ने शासकीय दुधाधारी बजरंग कन्या महाविद्यालय के दीक्षारंभ समारोह में कही।
बृजमोहन अग्रवाल ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया जिसके बाद सरस्वती वंदना के साथ नव प्रवेशी छात्राओं का स्वागत किया गया।
इस अवसर पर श्री बृजमोहन अग्रवाल ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि, कॉलेज विद्यार्थी जीवन की एक नई शुरुवात होती है। यहां से हमें जीवन की दिशा और दशा तय करने का मौका मिलता है। हमको जीवन में एक गोल बना कर उस को हासिल करने के लिए प्रयास करने पड़ेंगे। किसी को IAS, PCS, बैंकिंग, आर्मी में जाना है तो किसी का कोई अलग प्लान होगा जिसको ध्यान रखकर कार्य करना होगा। विपरीत परिस्थितियों में भी हमको हार नहीं माननी चाहिए। इच्छाशक्ति, कड़ी मेहनत और दृढ़ संकल्प के जरिए हम कठिन से कठिन मंजिल भी हासिल कर सकते हैं।
श्री बृजमोहन अग्रवाल ने यह भी कहा कि, अब छत्तीसगढ़ समेत देश भर में शिक्षा नीति लागू हो गई है। जिसमें सेमेस्टर प्रणाली के तहत साल में दो बार परीक्षा आयोजित की जाएगी। एक बार खराब प्रदर्शन होने पर आप दूसरे सेमेस्टर में गलतियों को सुधारने का अवसर मिलेगा। इतना ही नहीं अब छात्र रुचि के अनुसार विषयों का चयन कर सकते हैं। आर्ट्स में पढ़ने वाला छात्र साइंस और आईटी की पढ़ाई भी कर सकता है। नई शिक्षा नीति का उद्देश्य अपनी शिक्षा व्यवस्था को विश्व स्तरीय बनाना है।
श्री बृजमोहन अग्रवाल ने पीएम-उषा योजना के तहत महाविद्यालय को 5 करोड़ रुपए दिलाने की घोषणा की है।
कार्यक्रम में उपस्थित नगर निगम नेता प्रतिपक्ष मीनल चौबे को जनभागीदारी समिति का अध्यक्ष भी नियुक्त किया गया। पार्षद सीमा कंदोई, प्राचार्य डॉ किरन गजपाल समेत बड़ी संख्या में छात्राएं उपस्थित रही।